निज़ार तौफ़ीक़ क़ब्बानी (मार्च 21, 1923 – अप्रैल 30, 1998) एक सीरियाई कूटनीतिक, कवि और प्रकाशक थे. वे समकालीन अरबी कविता के सबसे सम्मानित कवियों में शुमार किए जाते हैं.
कृषि कानून समर्थक पत्रकारों की बेचैनी
अब जब क़ानून रद्दी में फेंके जा रहे हैं, तो सरकार के समर्थक पत्रकारों की प्रतिक्रिया देखना दिलचस्प है.
राज्य का नैतिक लबादा
सवाल यह है कि सरकार विषमता को रोक नहीं पा रही है या फिर रोकना ही नहीं चाहती है. या, फिर वही इस पूरी प्रक्रिया का प्रबंधन कर रही है या उसने देश की किस्मत वैश्विक और घरेलू कंपनियों के भरोसे छोड़ दिया है?
Bhagat Singh’s Letter to Sukhdev
This letter deals with the views of Bhagat Singh on the question of love and sacrifice in the life of a revolutionary. It was written on April 5, 1929 in Sita Ram Bazar House, Delhi. The letter was taken to Lahore by Shri Shiv Verma and handed over to Sukhdev. It was recovered from him... Continue Reading →
I In Togetherness: A Quest Within and Outside
The duo- Mee & Jey- has transformed that series of weekly posts of being together and enacting playfully in an immense collection and exhibition called I In Togetherness. I consider this series- visually stunning,
डॉ सर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर ऐतिहासिक दस्तावेज़ों से कुछ विवरण
उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय पर एक फ़िल्म बनाने की फ़िल्म इंडिया की सलाह और उसके लिए धन जुटाने में मदद पर भी हामी भरी थी.
पितृसत्ता पर जोरदार ‘थप्पड़’
'थप्पड़' पितृसत्ता पर थप्पड़ है, पर हिंसक तेवर के साथ नहीं, हमारी जड़ीभूत संवेदना व चेतना को तर्कों व भावनाओं से झिंझोड़ती हुई.
राजस्थान में स्वास्थ्य की स्थिति से जुड़े कुछ तथ्य
कुपोषण, बीमारियों व स्वास्थ्य सेवा के मामले में राजस्थान बेहद पिछड़ा राज्य है.